धान की उन्नत किस्में जो कम पानी में देती हैं बंपर पैदावार

Written By Atul Bharat
On: Sunday, June 8, 2025 8:25 PM

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Advanced varieties of paddy which give bumper yield in less water
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किसान भाइयों भारत के बहुत ही बड़ा देश है और यहां पर धान की खेती बहुत ही बड़े पैमाने पर की जाती है। इधर समय और टेक्नोलॉजी काफी तेजी के साथ में बदल रही है और खेती की ज़मीन भी अब धीरे धीरे कम होती जा रही है। ऐसे में किसानों को अब अधिक पैदावार लेने के लिए उन्नत किष्मों की जरुरत बहुत अधिक है।

देश में कई ऐसी उन्नत किस्मे है जो कम पानी में भी किसानों को बम्पर पैदावार देती है और उनमे देखभाल की भी अधिक जरुरत नहीं होती है। किसान भाइयो ये उन्नत किस्मे पैदावार अधिक देने के अलावा कीट और रोगों के प्रति भी प्रतिरोधी होती है। इसके अलावा कम लागत में ही आपको अधिक मुनाफा आपको मिलता है। आइये जानते है की कौन कौन सी धान की उन्नत किस्मे आपके लिए सही है जिनमे आपको अधिक से अधिक लाभ मिलेगा। किसान भाइयों अगर आप खेती से जुडी जानकारी मोबाइल फ़ोन पर लेना चाहते है तो आप हमारे WhatsApp या फिर Telegram ग्रुप से भी जुड़ सकते है जिस पर हम रोजाना आप सभी के लिए खेती से जुडी जानकारी पोस्ट करते रहते है।

स्वर्ण शुष्क धान

किसान भाइयो धान की ये किस्म कम पानी वाले इलाकों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। स्वर्ण शुष्क धान को बहुत ही कम पानी में भी उगाया जा सकता है और इसको तैयार होने में लगभग 115 दिन लगते है। धान की स्वर्ण शुष्क किस्म रोगों और कीटों के प्रति बहुत अधिक प्रतिरोधी होती है और एक हेक्टेयर से आपको लगभग 45 क्विंटल तक पैदावार आसानी से मिल जाती है। अगर आप ऐसे इलाके से आते है जहां पर पानी की बहुत ही अधिक कमी रहती है तो आप इस किस्म की बुवाई कर सकते है।

पूसा सुगंध-5 धान

किसान भाइयों भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा विकसित पूसा सुगंध-5 एक बहुत ही उन्नत और हाइब्रिड किस्म है जो की आपको केवल 120 दिन में पैदावार देती है। इसको भी कम पानी वाले इलाकों में आसानी के साथ में उगाया जा सकता है। इस किस्म से पैदा चावल के दाने लम्बे और पतले होते है लेकिन काफी सुगन्धित होने की वजह से लोगों को बहुत ही अधिक पसंद है। इस किस्म के चावल का इस्तेमाल व्यंजनों में बहुत अधिक किया जाता है। धान की पूसा सुगंध-5 किस्म से आपको पार्टी हेक्टेयर में लगभग 50 क्विंटल तक पैदावार आसानी से मिल जाती है।

लक्ष्मी अजूबा 9 धान

धान की लक्ष्मी अजूबा 9 किस्म केवल 110 दिन में पक कर तैयार होने वाली किस्म है और इसको भी बहुत कम पानी वाले क्षेत्रो में आसानी से उगाया जा सकता है। इस किस्म की सबसे अच्छी बात ये है की इसको आप रबी या फिर खरीफ दोनों ही सीजन में उगा सकते है और इससे आपको प्रति हेक्टेयर में लगभग 45 क्विंटल तक की पैदावार आसानी से मिल जाती है। किसान भाइयों जब आंधी या तेज हवाओं के चलने का समय होता है उस समय भी ये किस्म उनका सामना करने में सक्षम होती है। धान में हल्दी जैसे रोगों को प्रकोप काफी अधिक होता है लेकिन ये किस्म उसके प्रति काफी प्रतिरोधक है। इसके दाने काफी चमकदार और मोटे होने के चलते काफी अच्छी कीमत बाजार में मिल जाती है।

मालवीय मनीला सिंचित धान-1

किसानों भाइयों धान की इस किस्म को असम कृषि विश्वविद्यालय ने विकसित किया है और ये किस्म केवल 115 दिन में पक कर तैयार हो जाती है। इस किस्म से आपको लगभग 60 क्विंटल तक पैदावार आसानी से मिल जाती है और इस किस्म को भी आप कम पानी में पैदा कर सकते है। किसान भाइयों धान की ये किस्म बासमती धान के जैसे दिखाई देती है क्योंकि इसके दाने पतले और लम्बे होते है लेकिन यते बासमती किस्म नहीं है। काफी जल्दी पककर तैयार होने के कारण किसान इसको काफी पसंद भी करते है।

अराइज 6129 धान

धान की अराइज 6129 किस्म सूखे इलाकों में भी उगाई जा सकती है और ये एक हाइब्रिड किस्म है। धान में लगने वाले बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट जैसे रोगों के प्रति ये किस्म प्रतिरोधक छमता के साथ में आती है इसलिए इस किस्म से आपको प्रति हेक्टेयर में लगभग 50 क्विंटल तक पैदावार आसानी से मिल जाती है। केवल 115 दिन में ही आप इससे पैदावार ले सकते है।

इन किस्मों को बुवाई से पहले ध्यान रखने वाली बातें

किसन भाइयों ये जो भी किस्मे इस आर्टिकल में ऊपर हमने बताई है इनकी बुवाई करने से पहले आपको कुछ बातों को जानना बहुत जरुरी है। आपको सबसे पहले तो अपने क्षेत्र के हिसाब से ही धान की किस्म का चुनाव करना सही रहता है और साथ में आपके खेत की मिट्टी कैसे है इसकी भी आपको जांच जरुरत करवानी चाहिए क्योंकि जिस प्रकार की खेत की मिट्टी होती है उसमे उसी से मेल खाती किस्म की बुवाई करने से अधिक पैदावार मिलतीं है।

इसके अलावा आपको अपने पास की किसी भी कृषि केंद्र से भी सलाह जरूर करनी चाहिए और वहां से धान की किस्मों की जानकारी जरूर लेनी चाहिए। कृषि अधिकारी आपको क्षेत्र के हिसाब से अच्छी किस्म के बीज उपलब्ध करवाने में आपकी मदद कर सकते है जिससे आपका पैदा और समय दोनों की ही बचत होती है। किसान भाइयों उम्मीद है की इस आर्टिकल में अतुल भारत की तरफ से दी गई जानकारी आपके काम आई होगी और इसको शेयर जरूर करना। धन्यवाद।

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