कपास की खेती में बारिश का प्रभाव, बचाव ओर जरूरी बातें

नमस्कार किसान भाइयों। अबकी बार बारिश समय से पहले ही आ चुकी है ओर ये बारिश मौजूदा समय में किसानों के लिए काफी लाभकारी हो रही है। सभी किसान अपने खेतों में बाजरे की फसल की बुवाई कर रहे है ओर दूसरी फसलों की भी बुवाई का काम शुरू हो चुका है। जिन किसानों ने कपास कर रखी है उनको भी इस बारिश से काफी लाभ मिल रहा है। लेकिन किसान भाइयों अगर बारिश अधिक होती है तो कपास के लिए ये नुकसान का कारण बन सकती है।
आइए आपको कपास की खेती में बारिश से होने वाले नुकसान ओर इसके क्या खराब प्रभाव हो सकते है इसकी जानकारी दे देते है। इसके अलावा अधिक बारिश के चलते आपको कौन कौन सी बातों का ध्यान कपास की खेती के लिए रखना होगा इसकी भी जानकारी दे देते है। दोस्तों कृषि से जुड़ी जानकारी के लिए आप अतुल भारत के WhatsApp Group से भी जुड़ सकते है ओर रोजाना की खबरें अपने मोबाइल पर पा सकते है।
अधिक बारिश से कपास में नुकसान
किसान भाइयों बारिश खेती के लिए बहुत जरूरी होती है लेकिन इसकी अत्यधिकता भी कई बार किसानों के लिए बर्बादी का कारण बन सकती है। कपास की खेती में भी अधिक बारिश के चलते कई रोगों का प्रकोप आने की संभावना बढ़ जाती है ओर इसका सीधा प्रभाव पैदावार पर पड़ता है। बारिश अधिक होने के चलते कपास में जड़ गलन रोग सबसे अधिक प्रभाव डालता है जिसमें पौधे की जड़ें गल जाती है ओर पौधा धीरे धीरे सूखने लगता है।
जलभराव होने के चलते फसल में कई रोगों और कीटों का खतरा बढ़ जाता है जिनमे फसल में ऐसे कीटों का आगमन अधिक हो जाता है जो फसल की गुणवत्ता और पैदावार को प्रभावित करते है। इसके साथ ही फसल से मिलने वाली रुई और काकड़ों (बीजों) की गुणवत्ता भी काफी हद तक ख़राब हो जाती है। जिस जड़ गलन रोग के बारे में ऊपर बताया है उस रोग के चलते तो पूरी फसल ही बर्बाद हो जाती है।
इससे बचाव कैसे करें?
अत्यधिक बारिश अगर हो रही है तो सबसे पहले किसान भाइयों को खेत से जल की निकासी का प्रबंध करना होगा क्योंकि अगर अतिरिक्त पानी को खेत से बाहर नहीं किया गया तो समस्या अधिक हो सकती है। इसके लिए किसान भाई खेत में नालियां बना सकते है जिनके जरिये पानी खेत से बाहर निकाला जा सकता है। इसके अलावा अगर खेत लेवल में नहीं है तो जलभराव वाली जगहों से पाइप के जरिये पानी को बाहर किया जाना चाहिए।
खेतों में कीटों और रोगों का प्रभाव ना होने पाए इसके लिए सभी किसान भाइयों को कीटनाशकों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है। कौन से कीटनाशक का इस्तेमाल करना है इसके लिए किसान भाई अपने पास के ही कृषि केंद्र से सम्पर्क करके उचित सलाह ले सकते है क्योंकि बिना सलाह के अपनी फसल में कभी भी किसी कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
किसान भाइयों के लिए जरुरी बात
देश के कई इलाकों में बारिश शुरू हो चुकी है और कई इलाके अभी भी ऐसे हैं जहाँ एक दो दिन की बारिश के बाद में अब बारिश रुकी हुई है। इसलिए जिन किसानों के खेतों में बारिश अभी शुरू हो चुकी है उनको पानी की निकासी तुरंत शुरू करनी जरुरी है। इसके अलावा जिन इलाकों में अभी बारिश शुरू नहीं हुई है उन किसान भाइयों को अभी से पानी की निकासी का प्रबंध करना जरुरी है। कपास किसानों के लिए नगदी फसल के रूप में काम आती है इसलिए इसकी खेती पर किसानों को विशेष ध्यान देने की जरुरत है और अगर रोगों के चलते कपास की गुणवत्ता ख़राब होती है तो फिर ये काफी नुकसान दे सकती है।