पशु पालन

बकरी पालन में अधिक मुनाफा लेने के लिए ऐसे करें शुरुआत, कमाई होगी अधिक

किसान भाइयों आज के समय में बकरी का पालन एक बहुत ही अच्छा बिज़नेस साबित हो रहा है और दूध उत्पादन के लिए तथा मांस उत्पादन के लिए देश में बड़े स्तर पर इसका पालन किया जा रहा है। अगर इस बिज़नेस को सही तरीके से किया जाए तो फिर इसमें काफी तगड़ी कमाई होती है। देश में दूध और मांस दोनों की ही डिमांड काफी तेजी के साथ में बढ़ने लग रही है जिसके चलते इस बिज़नेस में अब काफी बचत होती है।

किसान भाइयों आज के अतुल भारत के इस आर्टिकल में आपको बकरी पालन से जुडी जरुरी जानकरी देने जा रहे है जिससे आप काफी सस्ते में आसानी से अपना बकरी पालन का बिज़नेस खड़ा कर सकते है और काफी मोटी कमाई कर सकते है। किसान भाइयों अगर आप कृषि से जुडी जानकारी अपने मोबाइल पर प्राप्त करना चाहते है तो आप अतुल भारत के WhatsApp या फिर Telegram ग्रुप के साथ में जुड़ सकते है जहां हम रोजाना कृषि से जुडी जानकारियों को पोस्ट करते रहते है।

सही नस्ल का चुनाव और शेड का निर्माण

किसान भाइयों जब भी आप बकरी पालन की शुरुआत करने का प्लान करते है तो सबसे पहला काम आता है नस्ल का चुनाव करना। बकरी की सही नस्ल का पालन करना आपके बिज़नेस में चार चांद लगा सकता है। आप जो बकरी पालन का बिज़नेस करने जा रहे है इसको करने का उदेस्य क्या है इसके अनुसार ही आपको बकरी की नस्ल का चुनाव करना होता जैसे दूध के लिए बकरी पालन कर रहे है तो अधिक दूध देने वाली बकरी की नस्ल लेकर आनी है और यदि मांस उत्पादन के लिए आप बकरी पालन कर रहे है तो जिनमे मास अधिक होता है उन नस्लों को आपको लेकर आना होगा।

कुछ बकरी की नस्ले जैसे जमुनापारी, सिरोही, बारबरी और बिटल नस्ल की बकरियां काफी पॉपुलर है और इनमे बिटल नस्ल दूध उत्पादन के लिए काफी अच्छी मानी जाती है जबकि बाकि की नस्ले मांस उत्पादन के लिए बेहतर होती है।

इसके अलावा बकरी पालन के लिए आपको एक शेड का निर्माण भी करना होगा जो भी इस बिज़नेस का एक बहुत ही जरुरी हिस्सा होता है। किसान भाइयों शेड का निर्माण हमेशा ऐसी जगह पर किया जाना चाहिए जहां पर रोशनी और हवा अच्छे से आती हो और साथ ही वहां पर पानी का जमाव ना हो। गावं या फिर शहर से थोड़ा दुरी पर अगर इसका निर्माण किया जाए तो बहुत ही अच्छा रहता है और शेड को मजबूती के साथ में निर्माण किया जाता है ताकि जंगली जानकारों से भी बकरियों की रक्षा हो सके।

बकरी पालन की शुरुआत करने के लिए आप केवल 150 से 200 वर्ग फ़ीट के हिसाब से शेड का निर्माण कर सकते है जिसमे आप आसानी से 15 बकरियों को रख सकते है। किसान भाइयों बिज़नेस की शुरुआत छोटे स्तर से करना अच्छा माना जाता है और जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ेगा तो आप बिज़नेस को भी आगे बढ़ा सकते है।

बकरियों के सही खान पान का इंतज्जाम करना होगा

किसान भाइयों बकरियों के खाने और पिने का भी आपको अच्छे से इंतजाम करना होगा। गावं देहात में वैसे इनका चारा आसानी से मिल जाता है लेकिन फिर भी गर्मियों के दिनों में गावों में भी चारा मिलना काफी मुश्किल हो जाता है। इसके लिए आपको हरा चारा जैसे बरसीम, लूसर्न या नेपियर घास का इंतजाम करना होगा जो की काफी सस्ती पड़ती है। इसके अलावा आपको सूखे चारे में सूखा भूसा भी लेना होगा। भूसे के साथ में आपको चोकर, जौ, मक्का या फिर खल आदि का प्रबंध भी करना होगा। साथ ही आपको बकरियों के पिने के लिए भी साफ पानी का प्रबंध करना होगा जो की बहुत ही जरुरी होता है। बकरियों को आपको खाने के साथ में नमक और मिनरल्स भी देने होंगे जो की उनकी ग्रोथ के लिए बहुत अच्छे माने जाते है।

बकरियों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा

किसान भाइयों आपको अपनी सभी बकरियों के स्वास्थ्य का भी अच्छे से ख्याल रखना होगा क्योंकि बकरियां स्वस्थ होंगी तो उनसे आपको दूध और मांस अच्छा प्राप्त होगा। इसलिए इसके लिए आपको बकरियों का समय समय पर टीकाकरण करवाना होगा जिससे उनको खुरपका-मुंहपका और बकरी चेचक जैसे रोगों से बचाया जा सके। इसके अलावा आपको बकरियों को हर 3 महीने में एक बाद कीड़े मरने वाली दवाई भी देनी होगी। यदि कोई बकरी कम चारा ले रही है और सुस्त दिखाई दे रही है तो उसको आपको पशु चिकित्सक को तुरंत दिखानी होगी। आप अपने इस बिज़नेस के लिए एक स्पेशल पशु चिकित्सक का इंतजाम भी कर सकते है जो की समय समय पर आपके पशुओं की जांच करें और उनको उचित इलाज दे सके।

इन बातों का भी रखना है ध्यान

किसान भाइयों बकरी पालन में आपको बाजार की समझ भी रखनी बहुत जरुरी है। आपके स्थानीय मार्किट में आप मांस की सप्लाई के लिए बकरी भेज सकते है और इसके लिए मार्किट की जांच करनी होगी। कुछ त्योहारों पर इसकी डिमांड अधिक रहती है और साथ ही आप बाजार में सीधे ग्राहकों को सप्लाई करेंगे तो आपको बचत अधिक होगी क्योंकि बिचौलियों के माध्यम से आपको नुकसान हो सकता है।

इसके अलावा आपको बकरी पालन शुरू करने से पहले प्रशिक्षण लेना पड़े तो जरूर लेना चाहिए जिससे आपको इस बिज़नेस के सभी गुर सिखने का मौका मिलेगा। आप अपने नजदीकी पशुपालन केंद्र या कृषि विश्वविद्यालय से प्रशिक्षण ले सकते है। इसके साथ ही आप सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ भी ले सकते है। सरकार की और से नाबार्ड (NABARD) जैसी योजनाओं को चलाया जा रहा है जो आपके इस बिज़नेस में आपकी आर्थिक रूप से मदद करते है।

बकरी पालन के बिज़नेस में कितनी कमाई होती है

किसान भाइयों कमाई का गणित भी आपको आना बहुत ही जरुरी है। अगर आप अपने इस बिज़नेस की शुरआत केवल 10 बकरियों के साथ में करते है तो आपको लगभग 1 लाख तक का खर्चा शुरुआत में करना होगा जिसमे शहद निर्माण, चारे का प्रबध और बकरियों की खरीदारी आदि शामिल है। एक बकरी की कीमत आज के समय में लगभग 5 हजार से लेकर के 7 हजार तक होती है। एक बकरी से आपको एक साल में 2 से 3 बच्चे प्राप्त होते है और ये बच्चे 6 महीने या फिर 8 महीने के होने पर बिक्री के लिए तैयार हो जाते है। एक बच्चे की कीमत लगभग 4 हजार से 6 हजार तक आपको आसानी से मिल सकती है।

10 बकरियों से आपको हर साल आसानी से 25 से 30 बच्चे मिलने वाले है जिससे आपको आसानी से 1.25 लाख से 1.5 लाख तक की कमाई हो सकती है। इसके अलावा जैसे जैसे आप इस बिज़नेस को बड़ा करेंगे तो आपकी कमाई और अधिक बढ़ने लगेगी। शुरआत में आपको हो सकता है की कमाई थोड़ी हो लेकिन इस बिज़नेस को अगर आप बड़ा करना चाहे तो आप एक साल तक बच्चों को बेचना बंद कर दे और फिर ये बच्चे भी आगे चलकर आपको बच्चे पैदा करके देने वाले है। इस प्रकार से आप इस बिज़नेस को धीरे धीरे बड़ा कर सकते है।

किसान भाइयों बकरी पालन के बिज़नेस में बहुत अधिक कमाई है लेकिन इसको सही तरीके से करने की जरुरत होती है। सही नस्ल का चुनाव करके और सही दिशा में अपने बिज़नेस को लेकर जाने से आप इस बिज़नेस को कई गुना तक बढ़ा सकते है। किसान भाइयों अतुल भारत के इस आर्टिकल में इतना ही और हमें उम्मीद है की आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको ऐसे ही और आर्टिकल रोजाना मोबाइल पर पढ़ने है तो हमारे ग्रुप से जरूर जुड़े ताकि लेटेस्ट अपडेट आपको रोजाना मिल सके। धन्यवाद

Atul Bharat

भारत कृषि प्रधान देश है और किसान देश की जान है। अतुल भारत किसानों को एक कदम आगे लेकर जाने और कृषि क्षेत्र में उनकी मदद करने का एक छोटा सा प्रयास है। इसके जरिये किसानों को खेती से जुड़ी जानकारियां प्रदान की जाती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button